Shiv Ji Ki Aarti : शिव कृपा चाहते हैं? तो जरूर करें, शिवजी की आरती, ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी … का पाठ
अगर आप भी भगवान शिव की कृपा पाने चाहते हैं तो सावन माह में शिव को बेहद प्रिय आरती ॐ जय शिव ओंकारा (Shiv Aarti - Om Jai Shiv Omkara) का पाठ और श्रवण अवश्य करें।

Shiv Ji Ki Aarti : सावन का महीना भगवान शिवजी को अत्यंत प्रिय है। कहा जाता है कि इस मास में भगवान शिव की आराधना, रुद्राभिषेक, आरती, चालीसा, शिव स्तुति और कांवड़ यात्रा करने से भगवान भक्तों की सभी मनोकामना पूरी कर देते हैं।
अगर आप भी भगवान शिव की कृपा पाने चाहते हैं तो शिव को बेहद प्रिय आरती ॐ जय शिव ओंकारा (Shiv Aarti – Om Jai Shiv Omkara) का पाठ और श्रवण अवश्य करें।
शिव आरती – ॐ जय शिव ओंकारा (Shiv Aarti – Om Jai Shiv Omkara)
ॐ जय शिव ओंकारा,
स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,
अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
एकानन चतुरानन
पंचानन राजे ।
हंसासन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
दो भुज चार चतुर्भुज
दसभुज अति सोहे ।
त्रिगुण रूप निरखते
त्रिभुवन जन मोहे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
अक्षमाला वनमाला,
मुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै,
भाले शशिधारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
श्वेताम्बर पीताम्बर
बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक
भूतादिक संगे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
कर के मध्य कमंडल
चक्र त्रिशूलधारी ।
सुखकारी दुखहारी
जगपालन कारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर में शोभित
ये तीनों एका ॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति
जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी
सुख संपति पावे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
शिव आरती पाठ के लाभ (Benefits of Shiv Aarti)
मन की शांति मिलती है- शिव आरती करने से मन शांत होता है और तनाव दूर होता है।
नकारात्मकता दूर होती है- घर का वातावरण पवित्र और सकारात्मक हो जाता है।
कष्टों से मुक्ति मिलती है- आरती से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और जीवन के दुख-दर्द कम होते हैं।
संकटों से रक्षा होती है- शिव की कृपा से जीवन में आने वाली बाधाएं और संकट दूर हो जाते हैं।
धन-समृद्धि का आगमन- शिव आरती से घर में सुख, समृद्धि और बरकत आती है।
कर्मों का शुद्धिकरण- शिव नाम का जाप और आरती से बुरे कर्मों का प्रभाव कम होता है।