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Geeta Updesh In Hindi: भगवत गीता से हमें क्या सीख मिलती है? जानिए, श्री कृष्ण जी के अनमोल उपदेश

हमें श्री कृष्णजी के जीवन से क्या सीख लेनी चाहिए? और क्या अपने जीवन में धारण करना चाहिए? आइए, इस ब्लॉग में जानें भगवत गीता के उपदेश...

Geeta Updesh In Hindi: कृष्ण…एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही सभी की स्मृति में एक अनोखी, नटखट, घुंघराले बाल, कटीले नैन, टेढ़े रखे हुए पैर और अधरों पर मुस्कान संग बांसुरी लिए हुए एक सुंदर छवि उभरती है। 

कान्हा बच्चों के सखा हैं, तो माताओं के लाडले, युवाओं के प्रेमी और ज्ञानियों के गुरु। भगवान कृष्ण के अवतार को पूर्ण 16 कलाओं से युक्त माना गया है।

द्वापर युग में लिए अपने इस अवतार में भगवान श्री कृष्ण ने हर वह कार्य किया, जो असम्भव कहा जाता था। उन्होंने माखन चोरी, ताड़का संहार, रास लीला, कंस वध और गीता रूपी ज्ञान (bhagvat geeta) से सभी प्राणियों को अवगत कराया।

भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से हमें कई मूल्यवान सीख मिलती है। उनके जीवन के माध्यम से हमें सत्य, धर्म और नैतिकता के महत्व को समझा जा सकता है। भगवान श्री कृष्ण हमारे जीवन में प्रेरणा स्रोत की तरह है। उनकी मुस्कान, चंचलता, सबके मन को मोह लेना और उदार दिल उनकी खासियतों में से एक थी।  

हमें श्री कृष्णजी के जीवन से क्या सीख लेनी चाहिए? और क्या अपने जीवन में धारण करना चाहिए? आइए, इस ब्लॉग में जानें-भगवत गीता से हमें क्या सीख मिलती है? 

भगवान कृष्ण का जीवन एक अद्भुत ग्रंथ की तरह है, जो मानवता को एक अच्छा और सफल जीवन जीने के लिए अनमोल उपदेश देता है। उनके जीवन से हमें नीति, कर्म और भक्ति के सार्थक अर्थ को समझने में मदद मिलती है। 

बचपन से ही श्री कृष्ण ने अपनी लीला का प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था। भगवान कृष्ण का यह अवतार 16 कलाओं से परिपूर्ण कहा जाता है। परब्रह्म होकर ब्रज के गोपों के साथ खेलना, माखन चुराना, गोपियों के संग रासलीला खेलना विश्व को संदेश देने वाला ही था। 

भगवान कृष्ण का सबसे महत्वपूर्ण पाठ है- कुरूक्षेत्र के महाभारत युद्ध में धनुर्धर अर्जुन को दिया गया गीता का उपदेश (geeta ka updesh)। 

भगवत गीता (bhagwat geeta) एक अनमोल ग्रंध है जो मनुष्य को उसके नैतिक और कर्मयोग की शिक्षा देता है। इसमें भगवान कृष्ण ने अर्जुन को धर्म के पथ पर चलने और अधर्म से संघर्ष करने का संदेश दिया। 

भगवत गीता के उपदेश (bhagwat geeta ke updesh) से हमें अपने कर्तव्यों का पालन करने, सही और गलत के बीच समझदारी से फैलले लेने का सीखा मिलता है। इसकी महिमा न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी है। 

श्रीकृष्ण जी के जीवन से हमें विश्वास की महत्ता की भी सीख मिलती है। भगवान कृष्ण ने अपने बाल सखा सुदामा और शिष्य अर्जुन से मित्रता को हर हाल में निभाकर, जगत को मित्रता और विश्वास की सीख दी। 

अर्जुन और सुदामा के माध्यम से उन्होंने समझाया कि अपने कर्म में लगे रहें और फल की इच्छा किए बिना भगवान की शरण में खुद को छोड़ दें। इससे हमें अपने दोस्तों और प्रियजनों पर भरोसा करने और समर्पण का अहसास होता है। 

भगवान कृष्ण के जीवन से हमें आत्म-समर्पण, भक्ति, प्रेम का संदेश मिलता है। देवी रूक्मणी हो या द्रौपदी या भीष्म पितामह। भगवान श्रीकृष्ण ने अपने अलग-अलग कर्तव्यों के माध्यम से ये संदेश दिया कि यदि भक्त और उसकी भक्ति सच्ची है, तो उसके सामने परब्रह्म को भी झुकना पड़ता है। 

महलों में रहने वाले श्रीकृष्ण मौका पड़ने पर अर्जुन के सारथी भी बन गए। वो हमें सीखाते हैं कि जिंदगी में कोई काम बड़ा या छोटा नहीं होता है। 

कई बार इंसान विपरीत परिस्थिति से घबरा जाता है और गलत कदम उठा लेता है। अगर आपके साथ ऐसा हो, तो श्रीकृष्ण से प्रेरणा लें। वो खुद को परिस्थिति के हिसाब से ढालना बखूबी जानते थे। चाहे महलों में रहना हो या जंगल में, वो हर वक्त हमेशा सकारात्मक रह कर मुस्कुराते रहते थे।

ये तो थी, श्री कृष्ण के जीवन से सीखने वाली कुछ अनमोल बातें और भगवत गीता के कुछ महत्वपूर्ण उपदेश (bhagwat geeta updesh)। ऐसे ही प्रेरणादायी ब्लॉग पढ़ने के लिए My Mandir से जुड़े रहें। 

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