मंत्र

सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्रम् | Saptashloki Durga Stotra | PDF

सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र का नियमित पाठ करने से मां दुर्गा जल्दी प्रसन्न होकर हमें सुख-समृद्धि और जीवन में सफलता का आशीर्वाद देती हैं।

Saptashloki Durga Stotra: मां दुर्गा आदि शक्ति हैं। नवरात्रि में मां दुर्गा जी के 9 स्वरूपों की अलग-अलग दिन पूजा और आराधना की जाती है। ऐसे तो मां दुर्गा जी को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्र है, लेकिन सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र का विशेष महत्व है।

आपको बता दें, दुर्गा सप्तश्लोकी मंत्र दुर्गा सप्तशती पाठ के 700 श्लोकों में से ही 7 ऐसे अत्यंत शक्तिशाली देवी के मंत्र है, जिनका पाठ करने से संपूर्ण दुर्गा सप्तशती पाठ का फल मिलता है। इस मंत्र का पाठ करने से मां जल्द प्रसन्न होती है और हमें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। 

तो आइए, My Mandir के इस ब्लॉग में सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र को जानते हैं। साथ ही यहां आप saptashloki durga stotra pdf भी प्राप्त कर सकते हैं। 

सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्रम् | saptashloki durga stotra 

॥ अथ सप्तश्लोकी दुर्गा ॥

शिव उवाच:

देवि त्वं भक्तसुलभे सर्वकार्यविधायिनी ।

कलौ हि कार्यसिद्ध्यर्थमुपायं ब्रूहि यत्नतः ॥

देव्युवाच:

शृणु देव प्रवक्ष्यामि कलौ सर्वेष्टसाधनम् ।

मया तवैव स्नेहेनाप्यम्बास्तुतिः प्रकाश्यते ॥

विनियोग:

ॐ अस्य श्री दुर्गासप्तश्लोकीस्तोत्रमन्त्रस्य नारायण ऋषिः, अनुष्टुप छन्दः, श्रीमहाकालीमहालक्ष्मीमहासरस्वत्यो देवताः, श्रीदुर्गाप्रीत्यर्थं सप्तश्लोकीदुर्गापाठे विनियोगः ।

ॐ ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती हिसा ।

बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति ॥1॥

दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः

स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि ।

दारिद्र्‌यदुःखभयहारिणि त्वदन्या

सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता ॥2॥

सर्वमंगलमंगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके ।

शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तुते ॥3॥

शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे ।

सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तुते ॥4॥

सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिसमन्विते ।

भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तुते ॥5॥

रोगानशोषानपहंसि तुष्टा रूष्टा

तु कामान्‌ सकलानभीष्टान्‌ ।

त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां

त्वामाश्रिता ह्माश्रयतां प्रयान्ति ॥6॥

सर्वाबाधाप्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्र्वरि ।

एवमेव त्वया कार्यमस्यद्वैरिविनाशनम्‌ ॥7॥

॥ इति श्रीसप्तश्लोकी दुर्गा संपूर्णम्‌ ॥

सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्रम् | Saptashloki Durga Stotra | PDF

सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र पाठ के फायदे (Benefits of Saptashloki Durga Stotra)

  • सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र का नियमित पाठ करने से मानसिक और शारीरिक सुख प्राप्त है। 
  • कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में विजय प्राप्ति होती है और शत्रु बाधा दूर होती है।
  • सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र (Saptashloki Durga Stotra) का पाठ करने से दु:ख, दरिद्रता, भय, रोग और सभी प्रकार की परेशानियों का अंत होता है। 

ऐसे ही, मंत्र, आरती, चालीसा, ज्योतिष, राशिफल, त्योहार, और सनातन धर्म की अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के लिए MyMandir का ब्लॉग अवश्य पढ़ें।

Related Articles

Back to top button